आध्यात्मिक बोध शब्द योग मानता है कि सबकुछ अनहद नाद से प्रकट हुआ। जब तुम अपने भीतर प्रवेश करोगे, तो सब कुछ एक क्षण में जान लोगे। मानव अपनी मृत्यु के अहसास से डर जाता है, सिहर जाता है और बिखर जाता है। भयभीत हो जाता है। लेकिन यह भय तो छद्म है। मिथ्या है। […]
