नये जमाने के नये खिलौने
रूबिक्स-क्यूब के 50 साल पूरे हो गए हैं। 1974 में जब पहली बार यह खिलौना बाजार में आया था तो इसने धूम मचा दी थी। आज भी सालाना दो करोड़ से अधिक क्यूब बिकते हैं और ‘क्यूबिंग’ को एक गेम माना जाने लगा है।
पहले क्यूब एक ही तरह का होता था और लोग उसे ‘थ्री बॉय थ्री’ कहते थे। आगे चलकर ‘ट्रायंगल क्यूब’ और ‘मेगामिन्क्स’ जैसे कई और क्यूब सामने आए। क्यूब सॉल्व करना वक्त बिताने और दिल बहलाने का एक बहुत अच्छा जरिया है। किसी भी तरह की स्क्रीन पर वक्त बेकार करने की बजाए रूबिक्स क्यूब सॉल्व करना बेहतर होता है। मुझे खुद हर बार क्यूब सॉल्व करने के बाद खुशी और जीत की भावना बहुत अच्छी लगती है। रूबिक्स क्यूब सॉल्व करने से बच्चों के दिमाग में कई बदलाव हो सकते हैं। आंखों और हाथों के बीच का तालमेल बेहतर होता है। दिमाग का समस्याएं सुलझाने वाला हिस्सा बेहतर होता है। लिखने जैसे अन्य कामों में भी आसानी होती है। पर, क्यूब सॉल्व करने में कमजोरी को आई‧ क्यू‧ से नहीं जोडा ़जा सकता। हां, अगर आप बिना किसी मदद के क्यूब सुलझाते हैं तो आपकी बुद्धि औसत से ज्यादा है।
फिजेट-स्पिनर
इस तरह का एक और खिलौना है, जो आज भी बडा ़ही मशहूर है। उसका नाम है फिजेट-स्पिनर। यह इतना मशहूर हो गया था कि कई देशों के स्कूलों में इसे बैन करने तक की नौबत आ गयी। इस खिलौने की बड़ी ही मजेदार कहानी है।
1997 में कैथरीन हेटिंगर नाम की एक अमेरिकी महिला ने फिजेट स्पिनर का एक बुनियादी रूप बनाया। 1997 में कैथरीन ने उसे पेटेंट करवा लिया और बड़ी-बड़ी टॉय कंपनियों से मुलाक़ात की, पर किसी ने इस खिलौने के अधिकार नहीं खरीदे। इस बात के कई साल बाद स्कॉट नामक एक व्यक्ति ने फिजेट स्पिनर जैसा ही घूमने वाला एक टॉय बनाया। कुछ लोगों के इसरार की वजह से स्कॉट ने इसे ऑनलाइन बेचना शुरू कर दिया। चार साल बाद 2017 में बच्चों में फिजेट स्पिनर का ऐसा नशा चढा ़कि उस साल ही लगभग पांच करोड़ स्पिनर बिक गए। यह क्रेज अभी भी कायम है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि फिजेट स्पिनर उन बच्चों को बड़ी मदद करता है, जिन्हें ऑटिज्म और एडीएचडी जैसी बीमारियां हों। इससे फोकस भी बढ़ता है। मजेदार बात यह है कि 2017 में लोग फिजेट स्पिनर की इन खासियतों से वाकिफ नहीं थे। अब तो कंपनियां फिजेट स्पिनर के डिजाइन के साथ प्रयोगों में लगी हैं। कैथरीन ने अपने एक इंटरव्यू में यह बात कही कि अगर उन्होंने फिजेट स्पिनर का पेटेंट रद्द नहीं होने दिया होता तो वे आज करोड़पति होतीं। आप भी ट्रॉई कीजिएगा फिजेट स्पिनर और क्यूब जैसे इंटेलिजेंट टॉयज के साथ खेलना।
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अक्षर अदीब ‘जादू’
