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शेयर बाजार और समझदारी | वाणी रस्‍तोगी | Stock Market and Sense | Vani Rastogi

शेयर बाजार और समझदारी

१‧ शेयर बाजार में निवेश क्यों करना चाहिये
पहले हमें जानना चाहिये कि शेयर बाजार क्या है, शेयर बाजार में छोटी बड़ी कंपनियां अपने शेयर लिस्ट करती हैं और ये छोटी बड़ी कंपनियां अपने व्यापार को बढाऩे के लिये इस रकम का उपयोग करती हैं। इस प्रकार जब कोई भी व्यक्ति या संस्था किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं, तो वे उस कंपनी के शेयरधारक हो जाते हैं, कंपनी के लाभ व हानि के बराबर के जिम्मेदार भी हो जाते हैं। शेयर बाजार में निवेश इसलिये भी करना चाहिये क्योंकि बैंक में सावधि जमा में तो अब मात्र ५ से ६त्न ब्याज दर ही मिलती है, जबकि मुद्रास्फीति की दर लगभग ९त्न है, तो अगर आप बैंक में एक लाख रुपये की सावधि जमा करते हैं, तो अपको लगभग ४त्न का नुकसान ही हो रहा है, क्योंकि मुद्रास्फीति से आपकी रकम का अवमूल्यन हो रहा है, और ५ वर्ष बाद इस एक लाख रुपये की कीमत लगभग ४त्न के नुकसान के बाद लगभग ८० हजार रुपये होगी, तो भविष्य की बचत के लिये आपको किसी ऐसी जगह पर निवेश करना होगा जहां आपकी रकम मुद्रास्फीति से ज्यादा का लाभ दे, तभी आपके निवेश का फायदा है। वहीं शेयर बाजार में आपकी रकम तेजी से बढ़ सकती है और आपको ज्यादा फायदा होने की संभावना होती है। हमेशा ध्यान रखें कि शेयर बाजार में जोखिम है इसलिये यहां लाभ होने की उम्मीद भी ज्यादा होती है।

२‧ शेयर बाजार में निवेश करने के फायदे
शेयर बाजार में निवेश का सबसे बडाफायदा है कि इससे आप उस कंपनी को होने वाले व्यापार से लाभ या हानि के हिस्सेदार हो जाते हैं। जब कंपनी अच्छा करेगी तो शेयर बाजार में उसके शेयर का दाम बढ़ने लगेगा, कंपनी के लाभ का कुछ हिस्सा लाभांश के रूप में आपको भी मिलेगा, कुछ कंपनियां लाभांश कम और कुछ कंपनियां लाभांश ज्यादा देती हैं, लाभांश का प्रस्ताव कंपनी के शेयरधारकों की वार्षिक बैठक में पारित किया जाता है। कुछ कंपनियां तो विशेष लाभांश भी देती हैं जो कि शेयर के दाम का आधे से ज्यादा भी होता है। जब भी किसी अच्छी कंपनी में निवेश करेंगे तो कंपनी के परिणाम के अनुसार आपको लाभ भी होगा। शेयर बाजार में सभी प्रकार के सेक्टर की कंपनियों में निवेश कर सकते हैं, जिससे डाईवर्सिफिकेशन कहा जाता है, जिससे आप विविध प्रकार के व्यापारों में निवेश कर पाते हैं और इसे एसेट एलोकेशन भी कहा जाता है। सावधि जमा पर भी आपको आयकर देना होता है, वैसे ही शेयर बाजार से होने वाले लाभ पर भी आयकर में समय समय पर नियमों में बदलाव होते रहते हैं, तो यहां से होने वाले लाभ को भी अपनी आय में जोड़कर आयकर देने से हमेशा ही निश्चिंतता बनी रहती है। छोटी से छोटी रकम से भी आप अपना शेयर बाजार में निवेश की यात्रा शुरू कर सकते हैं, आप मात्र एक शेयर
भी खरीद सकते हैं वहीं एक से ज्यादा शेयर भी खरीद सकते हैं। तो आपको किसी बड़ी रकम के इकट्ठे होने का इंतजार भी नहीं करना होता है, जब जितना निवेश करना हो कर सकते हैं। जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो आप राष्ट्र के विकास में भी सहयोग करते हैं। हमारा अभी विकासशील देश हैं और असीम संभावनायें होने के कारण बहुत सी कंपनियां अच्छा प्रदर्शन कर रही होती हैं। शेयर बाजार सट्टा बाजार नहीं है, यह बाजार सेबी द्वारा रेग्यूलेटेड है।

३‧ अपने शेयर कैसे चुनें
NSE व BSE भारत में दो स्टॉक एक्सचेंज हैं, जहां पर नियमित ट्रेडिंग होती हैं, शेयर बाजार में निवेश करने के लिये अलग अलग समय सीमाओं को ध्यान में रखना चाहिये।
१‧Intraday जिस दिन शेयर खरीदे गये उसी दिन शेयरों को कम या अधिक दाम याने कि लाभ या हानि में बेच दिया जाये।
२‧Short Term, Medium Term, Long Term: अलग अलग अवधियों के अनुसार शेयरों में निवेश को इन Term में परिभाषित किया जाता है। शेयर बाजार में निवेश करते समय बहुत सबसे पहला कार्य होता है कि कौन से शेयर यानि के कंपनी में निवेश करें, तो शेयर बाजार में Small Cap, Mid Cap, Large Cap कंपनियां होती हैं, जिसके अपने जोखिम व लाभ होते हैं। जिस बिजनेस की आपको समझ हो, आप उस शेयर को चुनें, कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिये :

प्रबंधन कैसा है, कैशफ्लो कैसा है, पीई क्या है ऐसे बहुत से इंडिकेटर होते हैं। इसलिये आप उन कंपनियों में निवेश के लिये देखें जो कि आपके दैनिक उपयोग में आती हैं। कंपनी की बैलेन्स शीट पढ़ें, थोडा बहुत जान लें कि अगर अर्थव्यवस्था में कुछ गड़बड़ होता है तो इस कंपनी पर क्या असर होगा, मजबूत कंपनियां हमेशा ही बड़े निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं, और इसका असर सीधे उनके शेयर के भाव पर देखने को मिलता है। कौन सी बैंक के साथ बैंकिंग करते हैं, उस सेक्टर में कौन सा बैंक सबसे अच्छा कर रहा है।
कौन सा पेंट घर में उपयोग करते हैं, उस सेक्टर की कौन सी कंपनी सबसे बढ़िया है। घर में किस कंपनी का सबसे ज्यादा सामान उपयोग करते हैं, तो यह तय है कि जैसे आपको उस कंपनी के उत्पादों पर भरोसा है, ऐसे ही कई लाख लोगों को उस कंपनी के सामान पर भरोसा होगा, तो कंपनी भविष्य में भी अच्छा ही करेगी। बहुत से ऑनलाईन टूल व मोबाईल एप्प अब उपलब्ध हैं, जिसमें देखें कि कौन सी कंपनी फंडामेंटल में मजबूत है, शेयर बाजार में जब आप निवेश करते हैं तो सबसे जरूरी है कि आप शेयर बाजार के बारे में पढ़ें, बिजनेस न्यूज पढ़ें, समझें। अगर आप नियमित न पढ़ पायें तो म्‍यूचुअल फंड में निवेश करें।निवेश करते समय ध्यान रखें कि बहुत सारा निवेश एक कंपनी में न करें, हर सेक्टर में निवेश करें, हर व्यक्ति की अपनी रिस्क लेने की सीमा होती है, ये समझना जरूरी होगा।

वैल्यू इनवेस्टिंग के बारे में सोचें : यहां पर निवेशक अच्छी कंपनियों के बारे में जानकारी जुटाते हैं, जिनके बिजनेस फंडामेंटल बहुत बढ़िया हैं और अभी बाजार में उनके शेयर का भाव औसतन ठीक चल रहा है, बहुत महंगा नहीं है और जैसे जैसे कंपनी की बैलेंसशीट अच्छी होगी, शेयर बाजार में उस शेयर का भाव भी बढ़ता जायेगा। इसमें निवेशक को देखना चाहिये कि कौन सा शेयर कितनी प्रीमियम पर मिल रहा है व उतना प्रीमियम की उस कंपनी के लायक है भी या नहीं। निवेश करते समय कुछ ऐसी भी बातें होती हैं जो कि निवेशक को लालची बना देती हैं, जैसे कि शेयर बाजार में थोड़े समय बाद ही व्यक्ति को लगने लगता है कि अब उसको सब समझ आ गया है और अब वह रातों रात ही पैसा डबल कर लेगा। ध्यान रखें हर व्यक्ति की अपनी सीमा होती है, आप शेयर बाजार में अच्छे लाभ के लिये आये हैं क्योंकि बैंक की एफडी से आप मुद्रास्फीति को मात नहीं दे पा रहे हैं, कोई भी आज तक शेयर बाजार से बहुत अमीर नहीं बन पाया है, अगर कुछ अपवादों को छोड़ दें तो, और जिन्होंने बहुत पैसे कमाये भी हैं उनकी वर्षों की मेहनत उस विश्लेषण के पीछे होती है। बाजार में हमेशा ही दो तरह के लोग होते हैं, जिन्हें तेजड़िये और मंदेड़िये कहा जाता है, जब शेयर बाजार में तेजी होती है तब बाजार तेजड़ियों के हाथों में होता है और जब
मंदी होती है तब मंदेड़िये सक्रिय रहते हैं।

शेयरों को एक साथ न खरीदने की आदत डालें, शेयरों को धीरे धीरे खरीदें, उतावलापन न दिखायें। आपको अपनी रणनीति खुद बनानी होगी। धीरे धीरे निवेश करके भविष्य को सुरक्षित बनायें। आप हर माह या हर वर्ष किसी भी प्रकार से निवेश की रणनीति बना सकते हैं। अपने शेयरों पर नियमित नजर बनाये रखें, उनसे जुड़ी खबरें पढ़ते रहें, अगर लगता है कि कंपनी या सेक्टर में कुछ समस्या है तो निकल जाना ही समझदारी है, अगर लगता है कि किसी सेक्टर में संभावनाएं हैं तो आपको उनमें निवेश की संभावनाओं को तलाशना चाहिये।

जब भी बाजार में नई कंपनियां शेयर बाजार में IPO के जरिये आती हैं, हमेशा उनमें निवेश करने की आदत डालें, वहां आपको शेयर बहुत अच्छे भाव में मिल जाता है, और कई बार तो आपके निवेश दोगुना तक हो जाते हैं जैसे ही वह कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेड होती है।

४‧ क्या वाकई शेयर बाजार में पैसा डूब जाता है
घर घर में यही बात होती है कि शेयर बाजार जुआ है सट्टा है, शेयर बाजार में लोग डूब जाते हैं, तो जी हां यह बात सच है कि जो लोग रातों रात अमीर बनने के लिये आते हैं, जो लोग बिना किसी समझ के किसी के कहने पर शेयर बाजार में निवेश करते हैं, केवल टिप्स पर काम करते हैं, जिनको लगता है कि शेयर बाजार में पैसा कमाना बहुत आसान है, बिना शेयर बाजार को जाने समझे निवेश करने लगते हैं, तो वाकई उनका पैसा डूबता है, और इसका प्रतिशत कम नहीं बल्कि बहुत ज्यादा होता है। जिस प्रकार लाभ की आशा हम करते हैं, उसी प्रकार से हमें हानि के लिये भी तैयार रहना चाहिये, हमें पता होना चाहिये कि हम कितनी हानि सह सकते हैं, जब आप इन सबको समझ लें तो आप शेयर बाजार में
समझदारी से निवेश के लिये तैयार हैं। शेयर बाजार का नियम है कि खरीदना कब है, जब बाजार बहुत कमजोर है याने कि बहुत मंदी चल रही है, कोई भी खरीदने की सलाह नहीं दे रहा है, तब अच्छी कंपनियों में खरीददारी करें। बेचना कब है, जब बाजार बहुत मजबूत है याने कि बहतु तेजी चल रही है, सब लोग केवल खरीदने की सलाह दे रहे हैं, तब आपको अपने लाभ ले लेना चाहिये, शेयर को बेचकर, फिर से निवेश करने के समय का इंतजार करना चाहिये।

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वाणी रस्‍तोगी

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